"प्रबंध काव्य" एक ऐसी काव्य शैली है जिसमें भाषा, विचार, और अभिव्यक्ति को बड़े संबंध से जोड़ा जाता है। इसमें सामान्यत: छंद, यम, और रूपांतरण के नियमों का पालन नहीं होता है, जिसका अर्थ है कि यह पद्य या गद्य के रूप में हो सकता है।
प्रबंध काव्य की विशेषताएं:
- स्वतंत्रता: प्रबंध काव्य में शब्द, वाक्य, और विचारों की स्वतंत्रता होती है। यह किसी भी छंद या यम के नियमों के अधीन नहीं होता।
- अद्भुत भाषा: इसमें अद्भुत और सरल भाषा का उपयोग होता है जिससे पाठकों को अच्छा समझने में आसानी होती है।
- विचारशीलता: प्रबंध काव्य में विचारों की गहराई, चिंतन, और विचारशीलता का विशेष ध्यान होता है। यह विभिन्न विषयों पर आलेख, चर्चा, और विवेचना कर सकता है।
- रूपांतरण की आज़ादी: इसमें रूपांतरण की पूरी आज़ादी होती है, और लेखक अपने विचारों को किसी भी रूप में व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र होता है।
- व्यक्तिगत अनुभव: प्रबंध काव्य अक्सर लेखक के व्यक्तिगत अनुभव, भावनाएं, और दृष्टिकोणों को साझा करने का माध्यम बनता है।
- लोकप्रियता: इस शैली का उपयोग लोकप्रिय रूप से विचारशीलता, व्यक्तिगत रूप से, और सार्वजनिक अभिवादन करने के लिए किया जाता है।
प्रबंध काव्य का उदाहरण शायद यह है कि यदि आप अपने विचारों को एक साहित्यिक रूप में व्यक्त करना चाहते हैं, लेकिन आप छंद और यम की कड़ी बाधा को टालना चाहते हैं, तो प्रबंध काव्य एक अच्छा विकल्प हो सकता है।