बायोम (biome) क्या है?

Nageshwar Das
By -
0

बायोम (biome) एक व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र है जिसमें विशेष प्रकार की जलवायु, वनस्पति, और जीव-जंतु पाए जाते हैं। यह पारिस्थितिकी तंत्र का एक बड़ा क्षेत्र होता है, जो एक समान पर्यावरणीय परिस्थितियों और जैविक समुदायों का प्रतिनिधित्व करता है। बायोम विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे कि जंगल, घास के मैदान, रेगिस्तान, और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र।

बायोम की परिभाषा

बायोम को इस प्रकार परिभाषित किया जा सकता है:

  • पर्यावरणीय दृष्टिकोण से: एक बड़ा भौगोलिक क्षेत्र जिसमें समान जलवायु, मिट्टी के प्रकार, और जीवन रूप होते हैं।
  • जैविक दृष्टिकोण से: एक क्षेत्र जिसमें एक ही प्रकार की प्रमुख वनस्पति और पशु जीवन पाया जाता है।

बायोम के प्रमुख प्रकार

स्थलीय बायोम (Terrestrial Biomes):

  • टुंड्रा (Tundra): ठंडी जलवायु, सीमित वनस्पति, और कम जैव विविधता।
  • टैगा (Taiga) या बोरियल जंगल: शंकुधारी पेड़, ठंडी जलवायु, और मध्यम जैव विविधता।
  • समशीतोष्ण जंगल (Temperate Forest): पर्णपाती पेड़, चारों ऋतुओं का अनुभव, और उच्च जैव विविधता।
  • समशीतोष्ण घासभूमि (Temperate Grassland): घास के बड़े क्षेत्र, कम वर्षा, और उच्च जैव विविधता।
  • उष्णकटिबंधीय वर्षावन (Tropical Rainforest): उच्च वर्षा, घने वनस्पति, और अत्यधिक जैव विविधता।
  • रेगिस्तान (Desert): बहुत कम वर्षा, उच्च तापमान, और सीमित वनस्पति और जीव।

जल बायोम (Aquatic Biomes):

  • मीठे पानी का बायोम (Freshwater Biome): नदियाँ, झीलें, और तालाब, जिसमें कम खारा पानी होता है।
  • समुद्री बायोम (Marine Biome): महासागर, समुद्र, और प्रवाल भित्तियाँ, जिसमें खारा पानी होता है।
  • दलदल बायोम (Wetland Biome): स्थलीय और जलीय पारिस्थितिक तंत्र के बीच संक्रमण क्षेत्र, जिसमें उच्च जैव विविधता होती है।

बायोम के घटक

जलवायु (Climate):

  • प्रत्येक बायोम की जलवायु अद्वितीय होती है, जो तापमान, वर्षा, और मौसम के आधार पर परिभाषित होती है।

वनस्पति (Vegetation):

  • बायोम की वनस्पति जलवायु के अनुसार बदलती है, जैसे टुंड्रा में काई और लाइकेन, जबकि उष्णकटिबंधीय वर्षावन में बड़े-बड़े पेड़ और झाड़ियाँ होती हैं।

जीव-जंतु (Fauna):

  • प्रत्येक बायोम में विशेष प्रकार के जीव-जंतु पाए जाते हैं, जो उस बायोम की परिस्थितियों के अनुरूप विकसित होते हैं।

मिट्टी (Soil):

  • बायोम की मिट्टी का प्रकार और गुणवत्ता वनस्पति और जलवायु पर निर्भर करता है, जैसे रेगिस्तान की रेतीली मिट्टी और जंगल की उपजाऊ मिट्टी।

बायोम का महत्व

  • जैव विविधता (Biodiversity): बायोम विभिन्न प्रकार की वनस्पति और जीव-जंतु की प्रजातियों का घर होते हैं, जो वैश्विक जैव विविधता में योगदान करते हैं।
  • पारिस्थितिक संतुलन (Ecological Balance): बायोम पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं, जैसे कि जलवायु विनियमन, पोषक चक्रण, और खाद्य श्रृंखला।
  • मानव जीवन पर प्रभाव (Impact on Human Life): बायोम प्राकृतिक संसाधनों जैसे भोजन, पानी, और लकड़ी का स्रोत होते हैं, और पर्यावरणीय सेवाएँ प्रदान करते हैं।

निष्कर्ष

बायोम पृथ्वी पर विभिन्न प्रकार के पारिस्थितिक तंत्रों का व्यापक प्रतिनिधित्व करते हैं, जो उनकी विशिष्ट जलवायु, वनस्पति, और जीव-जंतु के आधार पर पहचाने जाते हैं। बायोम हमारे पर्यावरण के महत्वपूर्ण हिस्से हैं और उनकी रक्षा करना हमारे पारिस्थितिक संतुलन और जैव विविधता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

Tags:

Post a Comment

0Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!