Depreciation Reducing the Balance Method

Nageshwar Das
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Reducing the Balance Method (घटती शेष राशि विधि), जिसे Diminishing Balance Method या Declining Balance Method भी कहा जाता है, एक सामान्यत: उपयोग की जाने वाली पद्धति है जो अमूर्त संपत्तियों के मूल्यह्रास (depreciation) की गणना के लिए उपयोग की जाती है। इस पद्धति में, प्रत्येक वर्ष के लिए मूल्यह्रास की गणना संपत्ति की शेष मूल्य पर आधारित होती है, न कि उसकी प्रारंभिक लागत पर।

Reducing the Balance Method की विशेषताएँ:

उच्च प्रारंभिक मूल्यह्रास (Higher Initial Depreciation):

  • पहले कुछ वर्षों में मूल्यह्रास की राशि अधिक होती है और समय के साथ यह घटती जाती है।

घटती शेष राशि (Declining Balance):

  • प्रत्येक वर्ष के अंत में, मूल्यह्रास की गई राशि को शेष मूल्य से घटाया जाता है, और अगली वर्ष की गणना के लिए नई शेष राशि का उपयोग किया जाता है।

स्थायी दर (Fixed Rate):

  • एक स्थिर मूल्यह्रास दर का उपयोग किया जाता है, जिसे प्रारंभिक लागत पर लागू किया जाता है और फिर घटती शेष राशि पर लागू किया जाता है।

Reducing the Balance Method का गणितीय सूत्र:

मूल्यह्रास राशि (Depreciation Expense) = शेष मूल्य × मूल्यह्रास दर (Depreciation Rate)

जहां,

  • शेष मूल्य = पिछले वर्ष का शेष मूल्य - पिछले वर्ष का मूल्यह्रास
  • मूल्यह्रास दर आमतौर पर एक निश्चित प्रतिशत के रूप में निर्धारित होती है।

उदाहरण (Example):

मान लीजिए, आपके पास एक मशीन है जिसकी प्रारंभिक लागत ₹1,00,000 है, और मूल्यह्रास दर 20% है।

वर्ष 1:

  • शेष मूल्य: ₹1,00,000
  • मूल्यह्रास: ₹1,00,000 × 20% = ₹20,000
  • नई शेष राशि: ₹1,00,000 - ₹20,000 = ₹80,000

वर्ष 2:

  • शेष मूल्य: ₹80,000
  • मूल्यह्रास: ₹80,000 × 20% = ₹16,000
  • नई शेष राशि: ₹80,000 - ₹16,000 = ₹64,000

वर्ष 3:

  • शेष मूल्य: ₹64,000
  • मूल्यह्रास: ₹64,000 × 20% = ₹12,800
  • नई शेष राशि: ₹64,000 - ₹12,800 = ₹51,200

और इसी प्रकार, प्रत्येक वर्ष के लिए मूल्यह्रास की गणना घटती शेष राशि पर की जाती है।

Reducing the Balance Method के लाभ (Advantages):

प्रारंभिक उच्च मूल्यह्रास (Higher Initial Depreciation):

  • यह पद्धति उन संपत्तियों के लिए उपयुक्त होती है जिनकी उपयोगिता प्रारंभिक वर्षों में अधिक होती है।

कर लाभ (Tax Benefits):

  • प्रारंभिक वर्षों में उच्च मूल्यह्रास की वजह से कर योग्य आय कम होती है, जिससे करों में बचत होती है।

वास्तविक उपयोगिता प्रतिबिंब (Reflects Actual Usage):

  • यह पद्धति संपत्ति के वास्तविक उपयोगिता पैटर्न को अधिक सटीक रूप से दर्शाती है, जहां संपत्ति का मूल्य प्रारंभिक वर्षों में अधिक तेजी से घटता है।

Reducing the Balance Method के नुकसान (Disadvantages):

जटिल गणना (Complex Calculations):
  • प्रत्येक वर्ष के लिए मूल्यह्रास की गणना जटिल हो सकती है।
निचला अवशिष्ट मूल्य (Lower Residual Value):
  • इस पद्धति से संपत्ति का शेष मूल्य बहुत कम हो सकता है, जिससे वित्तीय विवरणों में संपत्तियों का मूल्य कम दिखाई दे सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion):

Reducing the Balance Method एक प्रभावी विधि है जो मूल्यह्रास की गणना के लिए उपयुक्त है, विशेष रूप से उन संपत्तियों के लिए जो प्रारंभिक वर्षों में अधिक उपयोग होती हैं। यह पद्धति उच्च प्रारंभिक मूल्यह्रास, कर लाभ, और संपत्ति के वास्तविक उपयोगिता पैटर्न को सटीक रूप से दर्शाने का लाभ देती है, लेकिन इसमें जटिल गणना और संभावित निचले अवशिष्ट मूल्य जैसी चुनौतियाँ भी शामिल हैं।

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