व्यापार चिंता की आवश्यकताओं के आधार पर, या तो साप्ताहिक, मासिक, त्रैमासिक, द्वैमासिक या वार्षिक रूप से
शेष या बाकी (Balancing) किया जाता है।
विभिन्न खातों (Accounts) का शेष या बाकी (Balancing) कैसे बनाया जाए?
व्यक्तिगत खाते (Personal Accounts):
व्यक्तियों के कारण या व्यक्तियों के कारण राशियों को जानने के लिए व्यक्तिगत खातों को नियमित रूप से Balancing किया जाता है। इस खाते का एक डेबिट बैलेंस बताता है कि संबंधित व्यक्ति व्यवसायिक चिंता का ऋणी है और क्रेडिट बैलेंस यह दर्शाता है कि वह व्यापार की चिंता का प्रमाण है। यदि कोई व्यक्तिगत खाता बिलकुल भी Balancing नहीं दिखाता है, तो इसका मतलब है कि उसके कारण या उससे देय राशि पूर्ण रूप से तय हो गई है।
वास्तविक खाते (Real Accounts):
वास्तविक खाते आमतौर पर लेखांकन वर्ष के अंत में Balancing होते हैं जब अंतिम खाते तैयार किए जाते हैं और हमेशा डेबिट शेष दर्शाते हैं। लेकिन, बैंक खाता या तो डेबिट बैलेंस या क्रेडिट बैलेंस दिखा सकता है।
नाममात्र के खाते (Nominal Accounts):
वास्तव में, नाममात्र खाते Balancing नहीं हैं, क्योंकि उन्हें अंतिम खातों यानी ट्रेडिंग और प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट में स्थानांतरित करके बंद किया जाना है।