मिश्रित अर्थव्यवस्था के कुछ गुण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- समृद्धि और संजीवनीयता: मिश्रित अर्थव्यवस्था विभिन्न आर्थिक संदर्भों के साथ समर्थ होती है और आर्थिक असमर्थता को कम करने में सक्षम होती है।
- आपसी आधार पर साझेदारी: मिश्रित अर्थव्यवस्था में सरकार, निजी क्षेत्र, और सामाजिक संगठनें आपसी आधार पर मिलकर काम करती हैं, जिससे समृद्धि और संजीवनीयता में सुधार होता है।
- निजी और सार्वजनिक क्षेत्र का मिलान: मिश्रित अर्थव्यवस्था में निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों को संतुलित रूप से मिलाया जाता है, जिससे विकास और समृद्धि में सांघा काम होता है।
- सामाजिक न्याय: मिश्रित अर्थव्यवस्था में सामाजिक न्याय को बढ़ावा मिलता है, और यह समाज के विभिन्न वर्गों के बीच समानता की दिशा में काम कर सकती है।
- आर्थिक विकास का समृद्धि सांघा: मिश्रित अर्थव्यवस्था आर्थिक विकास को समृद्धि सांघा के साथ ले जाने का कारण बन सकती है, क्योंकि इसमें सरकार, निजी क्षेत्र और सामाजिक संगठनें सहयोग करती हैं।
- आर्थिक विभिन्नता का समर्थन: मिश्रित अर्थव्यवस्था विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों का समर्थन करती है और विभिन्न उद्यमों और क्षेत्रों में आर्थिक विकास की ऊर्जा को बढ़ावा देती है।
- निवेश और बचत: मिश्रित अर्थव्यवस्था में निवेश और बचत को प्रोत्साहित किया जा सकता है, जो आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकता है।
- स्थायिता और सुस्ती: मिश्रित अर्थव्यवस्था में स्थायिता और सुस्ती की दिशा में काम हो सकता है, जिससे संचार, रोजगार, और विभिन्न क्षेत्रों में सुस्ती में सुधार हो सकता है।