वैश्वीकरण का क्या अर्थ है?

Admin
By -
0

वैश्वीकरण (Globalization) एक आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक प्रक्रिया है जिसका मुख्य उद्देश्य विभिन्न देशों और उनके आर्थिक प्रणालियों को एकदृष्टि से जोड़ना है। इस प्रक्रिया के माध्यम से दुनिया एक बड़े गाँठित व्यापार, निवेश, और तकनीकी सहयोग का सामरिक और राजनीतिक संबंध बना रहती है।

वैश्वीकरण की कुछ मुख्य विशेषताएं हैं:

  1. व्यापार सुस्ती: वैश्वीकरण ने व्यापार को विस्तारित किया है, और विभिन्न देशों में उत्पादों और सेवाओं के विनिर्माण और वितरण के लिए नए बाजारों की अनुमति दी है।
  2. निवेश: वैश्वीकरण के कारण विदेशी निवेशों में वृद्धि हुई है, जिससे विभिन्न देशों को आर्थिक सहायता हुई है और नए उद्यमों का समर्थन मिला है।
  3. सांस्कृतिक आपसी विमर्श: वैश्वीकरण ने विभिन्न सांस्कृतिक और भौतिक मूल्यों को मिलाने में मदद की है और विभिन्न समुदायों को एक दूसरे से सीधे रूप से जोड़ा है।
  4. तकनीकी समर्थन: वैश्वीकरण के कारण तकनीकी सहयोग में वृद्धि हुई है, और दुनिया भर में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और अन्य क्षेत्रों में ज्ञान का साझा हो रहा है।
  5. सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव: वैश्वीकरण ने सामाजिक और राजनीतिक रूपों में भी परिवर्तनों को लाए हैं, और एक विश्व सामाजिक सांस्कृतिक रूप की ओर बढ़ रहा है।
  6. अर्थव्यवस्थाओं की आपसी डिपेंडेंस: वैश्वीकरण के कारण दुनिया की अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे के साथ गहरे संबंधों में हैं और एक दूसरे की स्वाभाविक वृद्धि और पतन का प्रभाव महसूस कर सकती हैं।
  7. व्यक्तिगत संबंधों का विस्तार: वैश्वीकरण ने व्यक्तिगत स्तर पर भी लोगों को एक दूसरे से जोड़ा है, जिससे सामाजिक और व्याकरणिक संबंधों में वृद्धि हुई है।

Tags:

Post a Comment

0Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!