"हरित क्रांति" एक ऐसी सामाजिक, आर्थिक, और पर्यावरणीय बदलाव की दिशा में उत्साह और क्रिया का आदान-प्रदान करने का अभियान हो सकता है। इसे हिंदी में "हरित" क्रांति कहा जाता है जो "हरा" रंग को संकेत करता है और प्रमुख रूप से पर्यावरण के संरक्षण और सुस्ती की दिशा में होता है।
हरित क्रांति के कुछ मुख्य विषय शामिल हो सकते हैं:
- पर्यावरण संरक्षण: हरित क्रांति का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है, जिसमें वृक्षारोपण, वन्यजन, और प्रदूषण नियंत्रण जैसी कई पहलुओं को शामिल किया जा सकता है।
- सहायक से सब्जी: हरित क्रांति अक्सर खेती के क्षेत्र में एक बदलाव का अंग भी हो सकती है, जिसमें आलू, प्याज, टमाटर, और अन्य स्वास्थ्यकर फलों की खेती और उचित प्रबंधन शामिल हो सकता है।
- निवेश और उद्यमिता: हरित क्रांति के क्षेत्र में निवेश और उद्यमिता को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा सकता है, जिससे कृषि और अन्य हरित क्षेत्रों में नए उद्यमों को समर्थन मिल सकता है।
- सामाजिक और आर्थिक समर्थन: हरित क्रांति आर्थिक और सामाजिक सुस्ती की दिशा में अनुकूलन के लिए सामाजिक और आर्थिक समर्थन प्रदान कर सकती है।
- शिक्षा और जागरूकता: हरित क्रांति में शिक्षा और जागरूकता का महत्वपूर्ण स्थान हो सकता है, जिससे लोगों को पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति जागरूक बनाए रखा जा सकता है।
- नौकरी और रोजगार: हरित क्रांति के माध्यम से नौकरियां बनाने और रोजगार का मौका भी मिल सकता है, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में।
हरित क्रांति का उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों का सही तरीके से प्रबंधन करना, सामाजिक और आर्थिक सुस्ती को बढ़ावा देना, और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वस्थ और सस्ते खाद्य उपलब्ध कराना होता है।