"बंद अर्थव्यवस्था" का तात्पर्य एक विशेष क्षेत्र या संगठन के अंतर्निहित वित्तीय यातायात तंत्र से है, जिसमें उत्पाद, सेवाएं, और संसाधनों को प्रबंधित करने के लिए सरकार द्वारा पूंजी और नियंत्रण को जिम्मेदारी में लिया जाता है। इस प्रणाली में, राजा, सरकार, या शासन को संसाधनों का प्रबंधन करने और नागरिकों को सेवाएं प्रदान करने का अधिकार होता है।
बंद अर्थव्यवस्था का प्रमुख विशेषता यह है कि यह सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में निजी स्वामित्व को कम करके, अधिकारिता को बढ़ावा देती है। इसमें विभिन्न उद्यमिता के तंत्रों के तुलना में सरकारी नियंत्रण और दक्षता होती है।
कुछ उदाहरण बंद अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं:
- सामरिक संस्थाएं: कुछ देशों में, रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में संगठित संस्थाएं बंद अर्थव्यवस्था का हिस्सा हो सकती हैं।
- स्वास्थ्य सेवाएं: कुछ देशों में स्वास्थ्य सेवाएं सरकार द्वारा प्रबंधित और प्रदान की जाती हैं।
- शिक्षा: कई देशों में शिक्षा सेवाएं सरकार द्वारा आयोजित की जाती हैं, जिसमें सरकार स्कूल और कॉलेजों को संचालित करती है।
- निर्माण और बुनियादी ढांचा: कुछ बड़े निर्माण परियोजनाओं और बुनियादी ढांचाओं का प्रबंधन भी बंद अर्थव्यवस्था के तहत हो सकता है।
बंद अर्थव्यवस्था अधिकतम सामाजिक न्याय और साझेदारी के मूल्यों को समर्थन करने का प्रयास कर सकती है, लेकिन इसमें संचार और प्रेरणा की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।