सफेद दाग के प्रकार (Types of White Spots) - परिभाषा एवं प्रमुख कारण; त्वचा पर उभरने वाले सफेद धब्बे या दाग केवल सौंदर्यात्मक समस्या नहीं होते, बल्कि कभी-कभार स्वास्थ्य संकेत भी हो सकते हैं। इनका रंग बदलना तब होता है जब त्वचा में रंगद्रव्य (मेलानिन) कम या असमान रूप से व्यवस्थित हो जाता है। आइए जानें — सबसे सामान्य सफेद दाग कौन-कौन से हैं, उनके लक्षण, कारण और संभावित उपचार।
1. विटिलिगो (Vitiligo)
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लक्षण: चमड़ी के किनारों या जोड़ों के चारों ओर चमकीले, सफेद पैच बनते हैं। ये पैच समय के साथ बढ़ सकते हैं।
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कारण: ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया में शरीर की प्रतिरक्षा कोशिकाएँ मेलानोसाइट्स (रंगद्रव्य बनाने वाली कोशिकाएँ) को नष्ट कर देती हैं।
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उपचार:
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टॉपिकल कॉर्टिकोस्टेरॉयड या कैलिसीन्यूरीन इन्हिबिटर क्रीम
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पैच के आकार के अनुसार PUVA (प्यूवा) थैरेपी
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लेज़र थैरेपी (Excimer Laser)
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स्किन कलरिंग क्रीम से छुपाना
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2. पिटिरायसिस अल्बा (Pityriasis Alba)
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लक्षण: खासकर बच्चों और युवा वयस्कों में, चेहरे पर हल्के सफेद या गुलाबी रंग के गोलाकार दाग दिखते हैं।
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कारण: अक्सर त्वचा पर सूक्ष्म सूजन या खुजली के बाद बचा हुआ हल्का रंग परिवर्तन। मौसम बदलने, ड्राई स्किन या सेंसिटिविटी से जुड़ा होता है।
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उपचार:
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मॉइस्चराइज़र और कोमल क्लीनिंग
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हल्की टॉपिकल स्टेरॉयड क्रीम
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सूजन कम करने वाली लोशन
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3. टीनिया वर्सिकलोर (Tinea Versicolor)
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लक्षण: चेस्ट, पीठ या कंधों पर कई छोटे–छोटे सफेद, गुलाबी या हल्के भूरे धब्बे। खुरदरे भी महसूस हो सकते हैं।
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कारण: मालासेजिया नामक कवक का अत्यधिक प्रसार, जिससे त्वचा का रंग बदलता है।
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उपचार:
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एंटीफंगल क्रीम (सेलेनियम सल्फाइड, केटोकोनाज़ोल)
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शेम्पू (केटोकोनाज़ोल शेम्पू)
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गंभीर मामलों में मौखिक एंटीफंगल दवाएँ
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4. इडिओपैथिक गटेट हाइपोमेलानोसीस (Idiopathic Guttate Hypomelanosis)
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लक्षण: हाथों, पैरों या जांघों पर मोती जैसे छोटे (2–5 मिमी) सफेद धब्बे, ज्यादातर उम्र के साथ बढ़ते हैं।
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कारण: मुख्यतः प्राकृतिक उम्र बढ़ने (एजिंग) या यूवी एक्सपोजर के कारण मेलानिन उत्पादन में कमी।
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उपचार:
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साधारणतः किसी विशेष इलाज की आवश्यकता नहीं होती
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अगर दिखावट परेशान करे तो लेज़र थैरेपी या माइक्रो-नीडलिंग
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5. ल्यूकोडर्मा (Leucoderma)
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लक्षण: बड़े आकार के सफेद पैच जो धीरे-धीरे दोनों ओर फैलते हैं।
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कारण: त्वचा को हुए घाव, जलन, रासायनिक संपर्क या ऑटोइम्यून कारणों से मेलानोसाइट्स का नाश।
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उपचार:
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प्राथमिक कारण का उपचार (घाव-चोट या रासायनिक एक्सपोजर रोकना)
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माइक्रोग्राफ्टिंग — छोटे स्वास्थ्यवर्धक त्वचा टुकड़े ट्रांसप्लांट करना
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गहरे रंग के धब्बों पर छुपाने वाले क्रीम
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6. अन्य संभावित कारण एवं प्रकार
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सूजनजन्य एक्जिमा (Inflammatory Eczema): खुजली या रूखे दागों के ठीक होने पर रंग खो जाना।
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पोरोसिस — पोरोसिस (Porokeratosis): स्केलिंग के साथ सफेद सीमांकित घाव।
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ट्रामा/चोट: किसी कट-छंट या धक्के के बाद धब्बे का स्थायी रूप लेकर सफेद हो जाना।
7. निदान और सावधानियाँ
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डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह: सही प्रकार जानने के लिए त्वचा-विशेषज्ञ की जांच ज़रूरी।
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डर्मोस्कोपी या बायॉप्सी: संभावित कवक, कोशिकाओं की गिनती या अन्य असामान्यताएँ देखने के लिए।
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मौसम और जीवनशैली: ड्राई स्किन, अत्यधिक धूप, हार्मोनल परिवर्तन आदि से बचाव करें।
8. जीवनशैली व देखभाल के सुझाव
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सनस्क्रीन का नियमित उपयोग: यूवी किरणों से बचाव के लिए SPF 30+ या अधिक।
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मॉइस्चराइज़र एवं सौम्य क्लींज़र: ड्राईनेस व बैरियर फ़ंक्शन बनाए रखने के लिए।
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संतुलित आहार: विटामिन D, B12, आयरन और जिंक युक्त खाद्य पदार्थ।
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तनाव प्रबंधन: योग, ध्यान या हल्की एक्सरसाइज से इम्यून सिस्टम को संतुलित रखें।
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सफेद दाग के प्रकार (Types of White Spots) |
निष्कर्ष
सफेद दागों के कई रूप हो सकते हैं — ऑटोइम्यून, कवकीय, उम्र सम्बंधित या चोट से प्रेरित। उनकी पहचान, समय पर उपचार और जीवनशैली में सरल बदलाव मिलकर त्वचा के रंग वस्वास्थ्य को संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं। किसी भी नए या बढ़ते दाग का तत्काल विशेषज्ञ से मूल्यांकन अवश्य कराएँ, ताकि उचित निदान व देखभाल हो सके।