Enhanced Safe Browsing (ESB) के 10 लाभ और हानि (Pros and Cons) हिंदी और अंग्रेजी में:
Enhanced Safe Browsing (ESB) के लाभ (Pros):
- बेहतर सुरक्षा: Enhanced Safe Browsing उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन सुरक्षा में बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे खतरनाक वेबसाइटों और फिशिंग प्रयासों से बचाता है।
- मैलवेयर ब्लॉकिंग: ESB खतरनाक मैलवेयर और वायरस की वेबसाइटों तक पहुंचने से रोकता है जो उपयोगकर्ताओं के सिस्टम को संक्रमित कर सकते हैं।
- फिशिंग सुरक्षा: यह फिशिंग पेज्स और वेबसाइटों से उपयोगकर्ताओं की आवश्यक जानकारी की सुरक्षा करने में मदद करता है, जैसे कि पासवर्ड और व्यक्तिगत डेटा।
- वेबसाइट प्रतिबंधन: ESB उपयोगकर्ताओं को स्थानीय या वैश्विक स्तर पर खतरनाक वेबसाइटों की पहुंच से रोकता है, जिससे सुरक्षा स्तर बढ़ता है।
- अद्यतित ब्राउज़िंग: Enhanced Safe Browsing उपयोगकर्ताओं को अद्यतित रहने और नवीनतम सुरक्षा प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने में मदद करता है।
Enhanced Safe Browsing (ESB) के हानि (Cons):
- गोपनीयता संकट: ESB का उपयोग करते समय, उपयोगकर्ताओं की वेब गतिविधियों की जानकारी को Google और अन्य संग्रहण सेवाओं से साझा किया जा सकता है, जो गोपनीयता संकट पैदा कर सकता है।
- आधिकृतता की सीमा: ESB का उपयोग केवल संग्रहण सेवाओं के साथ होता है, जो इसकी सीमा को बढ़ा सकता है और अन्य ब्राउज़िंग ऐप्स में सुरक्षा को हानि पहुंचा सकता है।
- उपयोगकर्ता स्वतंत्रता की प्रतिबंधन: ESB अनुशासन को बढ़ा सकता है, क्योंकि उपयोगकर्ताओं के विकल्पों को सीमित किया जा सकता है और उन्हें सिर्फ सुरक्षित साइटों पर पहुंचने दिया जा सकता है।
- कंप्यूटर की लागत: ESB का उपयोग उपयोगकर्ताओं के कंप्यूटर पर अतिरिक्त बोझ पैदा कर सकता है, जो कई बार प्रोसेसिंग और बैंडविड्थ की आवश्यकता कर सकता है।
- व्यक्तिगतीकरण संदेश: कुछ बार, ESB वेबसाइटों द्वारा व्यक्तिगतिकृत संदेशों को फ़िल्टर करके उपयोगकर्ताओं को उनकी मानसिकता में परिवर्तन