"समष्टि अर्थशास्त्र" एक आर्थिक विचारधारा है जो समष्टि या समूह के स्तर पर आर्थिक प्रणालियों का अध्ययन करती है। यह एक समृद्धि, विकास, और आर्थिक सामरिकता की दृष्टि से समृद्धि को समझने का प्रयास करती है।
समष्टि अर्थशास्त्र के कुछ मुख्य पहलुओं में शामिल हैं:
- समृद्धि और विकास: समष्टि अर्थशास्त्र में समृद्धि और विकास के प्रति ध्यान केंद्रित होता है। यह देखने का प्रयास करता है कि समूह की आर्थिक स्थिति बेहतरीन कैसे बना सकती है और सामूहिक सुधार कैसे किया जा सकता है।
- सामूहिक संपत्ति और वित्तीय प्रबंधन: समष्टि अर्थशास्त्र में सामूहिक संपत्ति, वित्तीय स्थिति, और आर्थिक प्रबंधन के प्रति विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है।
- सामाजिक न्याय और समाजशास्त्र: समृद्धि की दृष्टि से सामाजिक न्याय और समाजशास्त्र के सिद्धांतों को मिलाना।
- सामूहिक उत्पादन और आर्थिक समरसता: समूह के स्तर पर उत्पादन की प्रक्रिया और उससे उत्पन्न आर्थिक समरसता की दिशा में अध्ययन।
- आर्थिक सामरिकता और पर्यावरण: समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए आर्थिक सामरिकता का मूल्यांकन करता है और पर्यावरणीय प्रबंधन के प्रति ध्यान केंद्रित होता है।
समष्टि अर्थशास्त्र का उद्देश्य समूह के स्तर पर आर्थिक प्रणालियों को सुधारना और समृद्धि की प्रक्रिया में सामाजिक और सांस्कृतिक प्रासंगिकता को ध्यान में रखना है।