Incremental Principles in Managerial Economics in Hindi

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प्रबंधकीय अर्थशास्त्र में वृद्धिशील सिद्धांत (Incremental Principles in Managerial Economics in Hindi). Incremental Principle (इंक्रीमेंटल सिद्धांत) in Managerial Economics:


कार्यक्षमता बढ़ाना (Increasing Efficiency):


  • सिद्धांत: इंक्रीमेंटल सिद्धांत के अनुसार, संगठन को उस स्तर पर लाना चाहिए जिस पर आर्थिक लाभ मानव संभावनाएँ सर्वाधिक हों।
  • उदाहरण: एक निर्माण कंपनी जोड़ी जा रही ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए नई तकनीक का अध्ययन कर सकती है।


लाभ की अधिकता (Maximizing Profits):


  • सिद्धांत: उपयोगी निर्णय लेने के लिए जिन निर्णयों से लाभ अधिक हो, उन्हें अपनाना चाहिए।
  • उदाहरण: एक उत्पाद की उत्पादन सामर्थ्यता में अतिरिक्त लाभ के साथ उचित मूल्यों को निर्धारित करना।


खर्च की कमी (Cost Minimization):


  • सिद्धांत: अत्यधिक खर्चों को कम करने के लिए विकल्पों की तुलना करना।
  • उदाहरण: एक संगठन ने प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक नई तकनीक को अपनाया और उपायोगी लाभ प्राप्त किया।


विपणीय स्थिति (Optimal Pricing):


  • सिद्धांत: उत्पादों और सेवाओं की आपूर्ति और मांग की अनुसंधान करके सर्वोत्तम मूल्य निर्धारित करना।
  • उदाहरण: एक विनिर्माण इकाई ने नए विपणीय उत्पाद की निर्माण शुरू की और उसे सही मूल्य पर बाजार में उत्पन्न किया।


रिस्क का प्रबंधन (Risk Management):


  • सिद्धांत: निर्णय लेने के लिए रिस्क और पुरानी स्थितियों की तुलना करना और उचित विभागों में निवेश करना।
  • उदाहरण: एक निर्माण कंपनी ने नए बाजार में प्रवेश करने से पहले संभावित रिस्कों की विश्लेषण किया।


इंक्रीमेंटल सिद्धांत के आधार पर निर्णय लेने से एक संगठन अपनी स्थिति को सुधार सकता है और आर्थिक सफलता की दिशा में अग्रसर हो सकता है।

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